Friday, November 11, 2011

एक कदम और सफ़लता की ओर..

                       



 ये हैं नवीन रावत ,प्रीती रावत (श्रीमती नवीन) और उनका बेटा "सौम्य" जो अब के. जी.I  में पढ़ रहा है ।
जिनके बारे में आप यहाँ पढ़ सकते हैं ---
 http://archanachaoji.blogspot.com/search/label/%E0%A4%A8%E0%A4%B5%E0%A5%80%E0%A4%A8

फ़िलहाल स्वस्थ हैं और काम पर लौट आए हैं ...आप सभी की दुआओं के लिए आभार ....
हौसला बढ़ाएं नवीन का................ शुभकामनाएं देकर ......  
                                                                


Saturday, May 28, 2011

सिर्फ मदद नहीं............... सबक लें

एक मौका और मिला ---
एक व्यक्ति --अजय वर्मा ( उम्र करीब ३५-३८ वर्ष)  ,का एक्सीडेंट हुआ, करीब डेढ़ साल पहले ,गिरने से रीढ़ की हड्डी में चोट लगी और दोनों पैरो ने काम करना बंद दिया ....उन्हें लेटे-लेटे बेड सोर होने लगे है उन्हें "कदम" के One Rupee Club (जिसके बारे में पिछली पोस्ट में बताया गया है ) की और से एअर बेड दिया .गया .......सिर्फ १३०० रुपये लगे ......लेकिन उनके लिए १३००० के बराबर शायद ........

घटना कुछ यूं घटी की वे अपने दोस्त की नई बाईक लेकर अपने घर जा रहे थे की रास्ते में ही ये हादसा हो गया ...बाईक बिना नंबर प्लेट की थी , उनके पास उस वक्त लाईसेंस भी नहीं था .......१०-१२ घंटे तक सड़क पर पड़े रहे ...कोई मदद के लिए नहीं आया ......बाद में पुलिस वालो ने अस्पताल पहुचाया .......घर वाले आये ईलाज हुआ पर सब बेकार ....अब वापस अपने गाँव लौट जाना पड़ा ........व्हीलचेअर पर बैठ सकते है बस.........एक बेटा है और पत्नी गृहिणी ......... 

ये तो हुई घटना और उसके बाद मदद-----  लेकिन जरूरी है इससे  सबक लेना ----कई बातो पर गौर किया जाए तो ऐसे हादसों को टला जा सकता है .........

Monday, March 21, 2011

बूँद-बूँद से घट भरे...

प्रिय साथियों,
बताते हुए हर्ष हो रहा है कि अप्रेल,2010 में एक विचार ने जन्म लिया था,और शुरूआत की थी One Rupee Club की (जिसके बारे में आपको पहले बता चुकी हूँ।)जिसे एक वर्ष पूरा होने आया और मुझे खुशी है कि अब तक १४ लोगों को मैं "कदम" से जोड़ पाने में सफ़ल रही,जो बिना याद दिलाए ---"देना" याद रखने लगे हैं।

 एक यादगार फ़ोटो सचिन(मेरा भांजा) और उसकी बेटी आर्या का....(सचिन के एलबम से चुराया)

निश्चित रूप से और ज्यादा लोग इससे जुड़ेंगे।
जिन लोगों की मदद हमने की उनके बारे में बताना चाहूँगी---
१- नेतरा( जिसके बारे में बता चुकी हूँ)।
२-तुषार जोशी---एक २४ साल का लड़का जिसका किड़नी प्रत्यारोपण किया गया(चार लोगों के परिवार में पिता ने दी है किडनी बेटे को,अभी स्वस्थ है,आपकी दुआओं से भविष्य में भी स्वस्थ रहेगा)।
-६ नेत्रहीन बच्चों को --पुरस्कार स्वरूप, उनके स्टेज पर प्रस्तुति देने के बाद प्रोत्साहन राशि।
४-सबसे रोमान्चित करने वाली मदद उस परिवार की जो मुझे मिला एक सोनोग्राफ़ी सेंटर पर--- सोनोग्राफ़ी करवानी थी पत्नि की पर अन्य जाँचों व सोनोग्राफ़ी करवाने में उन्हें सिर्फ़ 70/-- कम पड़ रहे थे,जिसके कारण वो सोनोग्राफ़ी नहीं करवा रहा था। जब मैने जाकर उनसे पूछा तो जबाब मिला -घर दूर है और एक जगह जरूरी पैसे देने हैं तो यहाँ 70/-- कम पड़ रहे हैं। मैने "कदम" और One Rupee Club की जानकारी देते हुए पूछा कि- अगर मैं जमा कर दूँ तो आपका काम नहीं रूकेगा,क्या आप लेना चाहेंगे ? तो पहले तो मना करते रहे कि हम आपको कहाँ वापस कर पाएंगे? लेकिन मेरे ये कहने पर कि जब आपको कोई ऐसा ही परेशान मिले,जिस तरह से आप हैं , तो क्या आप उस समय उसकी मदद कर देंगे? ---जबाब मिला हाँ जरूर।----तो बस आपके लिए मैं कर रही हूँ, आप मेरे लिए किसी और की कर दिजियेगा,ताकि किसी का काम न रूके,कहते हुए मैने 70/-- रूपए जमा कर दिए। मुझे विश्वास है, वे ये घटना भूल नहीं पाएंगे और जरूर करेंगे मदद किसी जरूरतमंद की।
५---और अब चिंकी(एक बालिका जो अपने माता-पिता को खो चुकी है,जिसका विवाह होने जा रहा है आगामी २६ अप्रेल को) को---- शुभाशीर्वाद स्वरूप।

अंत मे उन सभी का आभार "कदम" को आगे बढ़ाने में जो प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोगीं हैं ।





Wednesday, February 2, 2011

आभारी हूँ डाँ. अमरकुमार जी आपकी......

पिछली पोस्ट पर आई इस टिप्पणी से निश्चित रूप से उत्साहवर्धन हुआ है। आभार.....

मुझे खुशी है कि आपने  आरम्भ करने का निर्णय लिया है ... जल्दी ही सब साथ चलेंगे ...........
निश्चित रूप से इसे  बहुत आराम से और बढ़ाया जा सकेगा।  शिघ्र ही इसको करने के अनुभव भी बाँटती हूँ....

डॉ.अमर कुमार ------ धन्यवाद अर्चना जी, मुझे यह विचार इतना पसँद आया कि मन श्रद्धा से भर आया । इससे रोज दान देने की भावना बलवती ही होगी, और इसे एक मिशन के रूप में चलाया जा सकता है । हम दम्पत्ति ने कल 20 तारीख वृहस्पतिवार से ही इसे आरँभ करने का निर्णय लिया है । शुभम भ्रूयात !