बहुत दिनों बाद इस ब्लॉग पर कुछ लिख पा रही हूँ , सुखद ये है कि धीरे-धीरे ही सही पर "कदम" बढ़ रहे हैं सफ़लता की ओर
अब तक कुल २१ लोगों को मदद कर चुके हैं हम और कुछ यादें है उनमें से जो साझा करना चाहती हूँ -
जनवरी २०१२ से दिसम्बर २०१२ मे हर महीने सदस्य घटते -बढ़ते रहे और हम सालभर में तीन लोगों की मदद कर पाए ।
१)
मेरे स्कूल में काम करने वाली महिलाएं उनके बच्चों को महाशिवरात्रि पर देवगुराडिया मेले में ले जा रही थीं, जाते समय तो स्कूल बस उन्हें मेले तक छोड़ने वाली थी लेकिन वापस उन्हें खुद इन्तजाम करके आना था वे आपस में बातें कर रही थी- झूले झुलाना, कुछ मिठाई खिलाना करेंगे तो वापस आने के लिए शायद टैंपो के पैसे न बचे,पैदल आना होगा ...एक घण्टा तो चलना ही पड़ेगा बच्चों को उठाकर और मेले में ज्यादा समय घूम भी न सकेंगे ... ८ बजे तक वापस पहुँच जाना है ....
उन्हें सिर्फ़ २०० रूपए जो उस वक्त मेरे पर्स में थे देते हुए कहा वापस टैंपो से चले जाना ।
वे आश्चर्य से मुझे देखने लगी ,बहुत बार ना कहा ...और अंतत: मैं उन्हें समझाने में सफ़ल रही .....उसके बाद उनके चेहरे की मुस्कान आज भी मुझे याद है ।
२)
प्रीतम चौहान नामक बच्चे की फ़ीस के लिए ११००)- जमा किये।
३)
एक सदस्य की कामवाली बाई के पास बेटे की दवाई के लिए पैसे नहीं थे ,उन्हें ११०० दिये ।
अब तक कुल २१ लोगों को मदद कर चुके हैं हम और कुछ यादें है उनमें से जो साझा करना चाहती हूँ -
जनवरी २०१२ से दिसम्बर २०१२ मे हर महीने सदस्य घटते -बढ़ते रहे और हम सालभर में तीन लोगों की मदद कर पाए ।
१)
मेरे स्कूल में काम करने वाली महिलाएं उनके बच्चों को महाशिवरात्रि पर देवगुराडिया मेले में ले जा रही थीं, जाते समय तो स्कूल बस उन्हें मेले तक छोड़ने वाली थी लेकिन वापस उन्हें खुद इन्तजाम करके आना था वे आपस में बातें कर रही थी- झूले झुलाना, कुछ मिठाई खिलाना करेंगे तो वापस आने के लिए शायद टैंपो के पैसे न बचे,पैदल आना होगा ...एक घण्टा तो चलना ही पड़ेगा बच्चों को उठाकर और मेले में ज्यादा समय घूम भी न सकेंगे ... ८ बजे तक वापस पहुँच जाना है ....
उन्हें सिर्फ़ २०० रूपए जो उस वक्त मेरे पर्स में थे देते हुए कहा वापस टैंपो से चले जाना ।
वे आश्चर्य से मुझे देखने लगी ,बहुत बार ना कहा ...और अंतत: मैं उन्हें समझाने में सफ़ल रही .....उसके बाद उनके चेहरे की मुस्कान आज भी मुझे याद है ।
२)
प्रीतम चौहान नामक बच्चे की फ़ीस के लिए ११००)- जमा किये।
३)
एक सदस्य की कामवाली बाई के पास बेटे की दवाई के लिए पैसे नहीं थे ,उन्हें ११०० दिये ।
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