Monday, March 21, 2011

बूँद-बूँद से घट भरे...

प्रिय साथियों,
बताते हुए हर्ष हो रहा है कि अप्रेल,2010 में एक विचार ने जन्म लिया था,और शुरूआत की थी One Rupee Club की (जिसके बारे में आपको पहले बता चुकी हूँ।)जिसे एक वर्ष पूरा होने आया और मुझे खुशी है कि अब तक १४ लोगों को मैं "कदम" से जोड़ पाने में सफ़ल रही,जो बिना याद दिलाए ---"देना" याद रखने लगे हैं।

 एक यादगार फ़ोटो सचिन(मेरा भांजा) और उसकी बेटी आर्या का....(सचिन के एलबम से चुराया)

निश्चित रूप से और ज्यादा लोग इससे जुड़ेंगे।
जिन लोगों की मदद हमने की उनके बारे में बताना चाहूँगी---
१- नेतरा( जिसके बारे में बता चुकी हूँ)।
२-तुषार जोशी---एक २४ साल का लड़का जिसका किड़नी प्रत्यारोपण किया गया(चार लोगों के परिवार में पिता ने दी है किडनी बेटे को,अभी स्वस्थ है,आपकी दुआओं से भविष्य में भी स्वस्थ रहेगा)।
-६ नेत्रहीन बच्चों को --पुरस्कार स्वरूप, उनके स्टेज पर प्रस्तुति देने के बाद प्रोत्साहन राशि।
४-सबसे रोमान्चित करने वाली मदद उस परिवार की जो मुझे मिला एक सोनोग्राफ़ी सेंटर पर--- सोनोग्राफ़ी करवानी थी पत्नि की पर अन्य जाँचों व सोनोग्राफ़ी करवाने में उन्हें सिर्फ़ 70/-- कम पड़ रहे थे,जिसके कारण वो सोनोग्राफ़ी नहीं करवा रहा था। जब मैने जाकर उनसे पूछा तो जबाब मिला -घर दूर है और एक जगह जरूरी पैसे देने हैं तो यहाँ 70/-- कम पड़ रहे हैं। मैने "कदम" और One Rupee Club की जानकारी देते हुए पूछा कि- अगर मैं जमा कर दूँ तो आपका काम नहीं रूकेगा,क्या आप लेना चाहेंगे ? तो पहले तो मना करते रहे कि हम आपको कहाँ वापस कर पाएंगे? लेकिन मेरे ये कहने पर कि जब आपको कोई ऐसा ही परेशान मिले,जिस तरह से आप हैं , तो क्या आप उस समय उसकी मदद कर देंगे? ---जबाब मिला हाँ जरूर।----तो बस आपके लिए मैं कर रही हूँ, आप मेरे लिए किसी और की कर दिजियेगा,ताकि किसी का काम न रूके,कहते हुए मैने 70/-- रूपए जमा कर दिए। मुझे विश्वास है, वे ये घटना भूल नहीं पाएंगे और जरूर करेंगे मदद किसी जरूरतमंद की।
५---और अब चिंकी(एक बालिका जो अपने माता-पिता को खो चुकी है,जिसका विवाह होने जा रहा है आगामी २६ अप्रेल को) को---- शुभाशीर्वाद स्वरूप।

अंत मे उन सभी का आभार "कदम" को आगे बढ़ाने में जो प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोगीं हैं ।





12 comments:

  1. बहुत ही खुबसुरत प्रेरणादायी है आपकी प्रस्तुति...बहुत ही सुंदरता से लिखती है आप अपने मन के भावों को.........बस यूँही लिखती रहे..शुभकामनाएँ....

    *काव्य-कल्पना*

    *गद्य सर्जना*

    *साहित्य प्रेमी संघ*

    यदि आप हमारे "साहित्य प्रेमी संघ" पर योगदान करना चाहे....तो आपका स्वागत है..ये ब्लाग सभी साहित्यीक प्रेमीयों का है....ये दुनिया के सभी इंटरनेट अखबारों से जुड़ा हुआ है,जिससे आपकी रचना जन जन तक पहुँचेगी....अपना साहित्यीक योगदान देकर आप इस संघ को समृद्ध करे....योगदान के लिए मेरे ईमेल पर समपर्क करे...........धन्यवाद।

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  2. ब्लॉग जगत में आपका स्वागत
    भारतीय ब्लॉग लेखक मंच की तरफ से आप, आपके परिवार तथा इष्टमित्रो को होली की हार्दिक शुभकामना. यह मंच आपका स्वागत करता है, आप अवश्य पधारें, यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो "फालोवर" बनकर हमारा उत्साहवर्धन अवश्य करें. साथ ही अपने अमूल्य सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ, ताकि इस मंच को हम नयी दिशा दे सकें. धन्यवाद . आपकी प्रतीक्षा में ....
    भारतीय ब्लॉग लेखक मंच

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  3. अत्यन्त प्रेरक पहल । आभार...

    शुभागमन...!
    कामना है कि आप ब्लागलेखन के इस क्षेत्र में अधिकतम उंचाईयां हासिल कर सकें । अपने इस प्रयास में सफलता के लिये आप हिन्दी के दूसरे ब्लाग्स भी देखें और अच्छा लगने पर उन्हें फालो भी करें । आप जितने अधिक ब्लाग्स को फालो करेंगे आपके ब्लाग्स पर भी फालोअर्स की संख्या उसी अनुपात में बढ सकेगी । प्राथमिक तौर पर मैं आपको 'नजरिया' ब्लाग की लिंक नीचे दे रहा हूँ, किसी भी नये हिन्दीभाषी ब्लागर्स के लिये इस ब्लाग पर आपको जितनी अधिक व प्रमाणिक जानकारी इसके अब तक के लेखों में एक ही स्थान पर मिल सकती है उतनी अन्यत्र शायद कहीं नहीं । प्रमाण के लिये आप नीचे की लिंक पर मौजूद इस ब्लाग के दि. 18-2-2011 को प्रकाशित आलेख "नये ब्लाग लेखकों के लिये उपयोगी सुझाव" का माउस क्लिक द्वारा चटका लगाकर अवलोकन अवश्य करें, इसपर अपनी टिप्पणीरुपी राय भी दें और आगे भी स्वयं के ब्लाग के लिये उपयोगी अन्य जानकारियों के लिये इसे फालो भी करें । आपको निश्चय ही अच्छे परिणाम मिलेंगे । पुनः शुभकामनाओं सहित...

    नये ब्लाग लेखकों के लिये उपयोगी सुझाव.

    बेहतर स्वास्थ्य की संजीवनी- त्रिफला चूर्ण

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  4. बहुत अच्छा प्रयास.... बधाई... कृपया अपना ब्लॉग एग्रीगेटरों पर रजिस्टर करवाएं जिससे आगामी पोस्टें आसानी से मिल सकें

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  5. अर्चना जी, आपका यह कदम प्रणम्य है। वत्सल की साइट भी अभी देखी। याद आया कि केनरा बैंक में पहले इसी प्रकार के रैम (रूपी अ मंथ) और फिर ट्रैम (टू रूपीज़ अ मंथ) जनसेवी कार्यक्रम चलते थे। कृपया एक विस्तृत पोस्ट लिखिये कि जो लोग दूर रहते हुए इस कार्यक्रम से जुडना चाहते हैं, या अपने नगर/कार्यालय में एक ऐसा कार्यक्रम आरम्भ करना चाहते हैं, वे क्या करें। और कृपया वर्ड वैरिफिकेशन हटा लीजिये (मॉडरेशन उससे बेहतर है)

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  6. @अनुराग जी, आभार...
    शुक्रिया.. वत्सल को सुझाव अवश्य दें।
    ..ये कार्यक्रम हर किसी का स्वतंत्र हो सकता है पर एक छत के नीचे जल्दी ही विस्तॄत पोस्ट भी....
    वर्ड वेरीफ़िकेशन हटा लिया है...आभार बताने का.....ध्यान नही रहा था पहले ..

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  7. EK KADAM UTHA THA SAHI RAAH E SHAUK MEIN,
    KITNO KI DUNIYA AAPSE ROSHAN HUYI JAATI...
    YE ZAZBAA HAI JISKA NAHI LAGA SAKTA KOYI MOL,
    YE SHAGAL HAI JI SE DIL KO CHAIN MILTI JAATI...

    Main to bahut chhota hun...agar kabhi aapke is kadam ke saath kadam mila saka to dhanya samjhunga...kabhi hamein bhi kuch kadam chalne ka mauka dein...

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  8. बहुत ही खुबसुरत प्रेरणादायी प्रस्तुति......बहुत बेहतर प्रयास.... बधाई..

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